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पिया करते थे
गेंदबाजी
प्रसन्न भी
छत पर
ईमान
दूरियां
मेंकुछ भी
चुराते
यादें
वहअवशेषहोगया
वो मुझसे
आने वाला वक्त
लेग ब्रेक
ज़िन्दग़ी
और वो
अब इस वक़्त भी
फरेबी
शेष है
अब स्वयं
हमसे
Hindi
अब वो भी
Quotes
जिनसे दूरियां बनानी थी उनके ही करीबी हो गये ये वक्त का तकाज़ ...
मंगलवार: जो दूर-दूर हमसे रहते थे, अब वो भी पसंद करते हैं। सच ...
शनिवार: वो भी आएं थे छत पर, मैं भी बैठा था छत पर। वो दिखते उ ...
शनिवार: वो भी आएं थे छत पर, मैं भी बैठा था छत पर। वो दिखते उ ...
अब नहीं आओगे क्या जा रहे दूर तो हमे भूल जाओगे क्या उम्र भर द ...
बुधवार: यार का जन्मदिन सगाई भी, आज वो बहुत ही प्रसन्न भी। ...
सोमवार: आज दोस्त का जन्मदिन है, आज वो बहुत ही प्रसन्न भी। ...
शुक्रवार: बचा नहीं कुछ भी शेष है, दया, ईमान अब न शेष है। प ...
रविवार: वो बढ़िया बल्लेबाजी करते थे, लेग ब्रेक गेंदबाजी भी ...
मेरे आसमान से हमेशा गुमशुदा थे चाँद तारे,, ए मेरे मुसाफिर-ए- ...
मेरे आसमान से हमेशा गुमशुदा थे चाँद तारे,, ए मेरे मुसाफिर-ए- ...
मंगलवार: उनका जन्मदिन आ रहा यार, बहुत ही ज़्यादा वो प्रसन्न ...
पहले तो ना चुराते थे अब क्यूं आंखें चुरा रहे हो, लगता है ऐस ...
मंगलवार: यार का जन्मदिन आने वाला, बहुत ही ज़्यादा वो प्रसन् ...
वीरवार: अब स्वयं से प्यार करना ही हमें अच्छा लगता है, बेवफ़ ...
वो दिन याद आते है जब हम दोनो कदम से कदम मिलाकर चला करती थी म ...
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